Sai Baba Aarti: Kakad, Madhyan, Dhoop, Shej Hindi Lyrics PDF

In this article, we will see 4 types of Sai Baba Aarti in Hindi with lyrics. We will see Sai Baba Kakad, Madhyan, Dhoop, and Shej Aarti in detail. You can find a PDF as well for this aarti. Each aarti has different timings. Every day, Aarti is performed by priests in all Sai temples. Before we dive into this article, we will remember Sai Baba to pray heartily. There are so many Sai devotees who pray to Baba every day to remove obstacles from their entire lives. They also read the Sai Kasht Nivaran Mantra to stay positive and be strong in their lives.

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Sai Baba Kakad Aarti is performed every morning at 4:30 AM. We will see Kakad Aarti Sai Baba in Hindi lyrics.

🙏 श्री सच्चिदानंद साईंनाथ महाराज की जय 🙏

जय देव, जय देव, जय साईं देव। 

जय साईं देव, साईं देव जय साईं देव।

त्रिगुणात्मक त्रिमूर्ति अवतार, सत्य, धर्म, अहिंसा के प्रचार। 

जय साईं देव, साईं देव जय साईं देव।

शिरडी के वासी भक्तों के प्यारे, दीन दुखियों के संकट हरने वाले। 

जय साईं देव, साईं देव जय साईं देव।

ज्योति स्वरूपा, करुणा के सागर, सच्चिदानंद साईं, दया के आधार। 

जय साईं देव, साईं देव जय साईं देव।

मुक्ति के दाता, जग के सहायक, साईंनाथ तुम हो परम उपकारी। जय साईं देव, साईं देव जय साईं देव।

श्री सच्चिदानंद साईंनाथ महाराज की जय।

अर्थ: इस आरती में ‘काकड़’ शब्द का मतलब दीपक होता है। खास करके यह आरती साई बाबा को नींद से जगाने के लिए की जाती है।

काकड़ आरती साईं बाबा की पहली आरती है जो सुबह ब्रह्म मुहूर्त (प्रातः समय के पहले) में की जाती है। इस आरती में मंदिर को दीपों की रोशनी से सजाया जाता है, ढोल और झालर संगीत के साथ की जाती है। भक्त साई बाबा को स्नान, वस्त्र और भोग अर्पण करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस आरती में शामिल होने से दिनभर शांति और ऊर्जा प्राप्त होती है। यह आरती एक जीवन में आध्यात्मिक प्राप्त करने का प्रतीक सामान है।

साई बाबा काकड़ आरती हिंदी लिरिक्स में इस टेबल में दी गई है। आप इस आरती की PDF डाउनलोड करके अपने समय पर इसे पढ़ सकते है। पीडीऍफ़ के अलावा आप इस आरती को प्रमोद मेढ़ी द्वारा प्रस्तुति सुन सकते है।

DetailsInformation
PDF NAMESai Baba Kakad Aarti PDF
No. Of Pages4
PDF Size129 KB
LanguageHindi/Marathi

अर्थ: मध्यान का मतलब दिन का मध्य भाग होता है। इसीलिए यह आरती दोपहर में की जाती है।

दिन के मध्यभाग में मध्यान आरती साईं बाबा की दोपहर की पूजा की जाती है, जिसमें उन्हें दोपहर का प्रसाद अर्पण किया जाता है। इस आरती में भक्त के साथ साथ पुजारी भक्ति गीतों और साई के मंत्रों के साथ बाबा की महिमा का गुणगान करते हैं। इस आरती के ज़रिये बाबा के साथ जुड़ाव का एक सुनहरा अवसर होता है।

Sai Baba Madhyan Aarti is performed every noon at 12:00 PM. Now, here we will see a table format in which you can see PDF details. You can download it & read it anywhere, anytime.

आरती साई बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

तुम्हरे गुण गाते हैं, नर-नारी भक्त।

शिरडी मेरी पंढरी, साईं बाबा राम।

ज्ञानेश्वर तुकाराम, भक्त सुखधाम।

तुम हो संतोष के दाता, धन्य तुम्हारे चरण।

अखंड ध्यान में लीन, भक्त धन्य-धन्य।

सत्य-धर्म का पालन करते, करुणा के सागर।

जय हो सच्चिदानंद साईनाथ, जय-जय जय।

आरती साई बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

DetailsInformation
PDF NAMESai Baba Madhyan Aarti PDF
No. Of Pages14
PDF Size167 KB
LanguageHindi/Marathi

अर्थ: इस आरती में धूप का अर्थ प्रकाश और शुद्धता होता है। यह आरती दिन के अंत में यानि की साम के समय पे की जाती है।

धूप आरती सूर्यास्त के समय में साईं बाबा को धन्यवाद देने के भाव से की जाती है। इस आरती में दीप, धूपबत्ती, घंटियों और भजनों के साथ बाबा की स्तुति होती है। इस समय मंदिर में साई के भक्तों से अत्यंत भक्तिमय और दिव्य वातावरण से गूंज जाता है। इस आरती में भाग लेने से मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

Sai Baba Dhoop Aarti is performed at sunset. This aarti is also known as Sai Baba Evening Aarti. We will see lyrics of dhoop or evening aarti as given below.

तुम हो आनंददाता, मोक्ष का द्वार।

सत्य, धर्म, अहिंसा के पालनकर्ता।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

शिरडी में वास तुम्हारा, भक्तों के सहायक।

संकट हरते पल में, तुम हो अद्भुत दाता।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

जय हो दयानिधान, जय करुणसागर।

तुम्हरी महिमा अपरंपार, हे जगताधार।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

DetailsInformation
PDF NAMESai Baba Evening Aarti Lyrics
No. Of Pages8
PDF Size124 KB
LanguageEnglish/Hindi/Marathi

अर्थ: इस आरती में ‘शेज’ का मतलब विश्राम होता है। यह आरती साई बाबा को सुलाने के लिए की जाती है।

शेज आरती साईं बाबा की अंतिम आरती है, जो रात्रि में उनके विश्राम के समय की जाती है। इस आरती में साई बाबा को शयन वस्त्र पहनाए जाते हैं, उन्हें पुष्प अर्पित किए जाते हैं और शांति पूर्ण और शुद्ध वातावरण में उन्हें सुलाया जाता है। यह आरती मन की थकावट को दूर करके साई बाबा की आत्मा को शांति प्रदान करती है।

Sai Baba Shej Aarti is performed at 10:30 PM every day. This aarti is also known as Sai Baba Night Aarti. We will see lyrics of Shej or Night Aarti as given below.

रात्रि समय विश्राम करो, हे साईं महाराज।

चरणों में हम सब करते, नमन और प्रार्थना।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

तुम हो आनंददाता, भक्तों के सहायक।

तुमसे ही सबका उद्धार, हे दयालु दाता।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

सद्गुरु तुम पालनहार, सच्चिदानंद साईं।

रात्रि में सबको शांति दो, हे करुणामूर्ति।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

जय हो सच्चिदानंद, त्रिगुणात्मक देव।

तुम्ही हो जग के आधार, जय साईं देव।

आरती साईं बाबा, सुखकर्ता दुःखहर्ता।

DetailsInformation
PDF NAMESai Baba Shej Aarti PDF
No. Of Pages8
PDF Size134 KB
LanguageHindi/Marathi

साईं बाबा की आरती कितने बजे होती है?

साईं बाबा की आरती पूरे दिन में चार बार होती है:
(१) काकड़ आरती (सुबह) – सुबह ४:३० बजे
(२) मध्यान आरती (दोपहर) – दोपहर १२:०० बजे
(३) धूप आरती (शाम) – शाम ६:०० बजे
(४) शेज आरती (रात्रि) – रात १०:३० बजे

साईं बाबा काकड़ आरती का क्या महत्व है?

काकड़ आरती साईं बाबा की पहली आरती होती है, जो सुबह ब्रह्म मुहूर्त में की जाती है। इसका उद्देश्य बाबा को नींद से जगाना होता है। यह आरती शुद्ध वातावरण, मंत्रों और भजनों के साथ की जाती है जिससे पूरे शिरडी में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है। ऐसा माना जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से काकड़ आरती में भाग लेते हैं, उन्हें पूरे दिन शांति और उन्नति का आशीर्वाद मिलता है।

काकड़ आरती का क्या अर्थ है?

काकड़ शब्द का अर्थ होता है दीपक या रोशनी। काकड़ आरती वह आरती है जिसमें बाबा को जगाकर उनकी सेवा की शुरुआत की जाती है। इसमें दीप जलाकर बाबा को स्नान, वस्त्र और भोग अर्पित किया जाता है। यह आरती भक्तों के जीवन में उजाला लाने और अज्ञान के अंधकार को दूर करने का प्रतीक मानी जाती है।

मध्यान आरती का समय क्या है?

मध्यान आरती साईं बाबा की दोपहर १२:०० बजे की जाती है। यह आरती उस समय होती है जब बाबा को भोग अर्पित किया जाता है और उनकी मध्याह्न की पूजा होती है। यह आरती भक्तों को बाबा के सान्निध्य में आने का विशेष अवसर देती है।

साईं बाबा की शाम की प्रार्थना क्या है?

साईं बाबा की शाम की प्रार्थना को धूप आरती कहा जाता है। यह आरती शाम ६:०० बजे होती है और इसका उद्देश्य दिन भर के कार्यों के बाद बाबा को धन्यवाद देना होता है। इस समय मंदिर में दीपक जलाए जाते हैं, भजन गाए जाते हैं और एक शांत व आध्यात्मिक वातावरण बनता है।

साईं बाबा में शेज आरती का समय क्या है?

शेज आरती साईं बाबा की रात्रि की अंतिम आरती होती है, जो रात १०:३० बजे होती है। यह आरती बाबा को विश्राम देने के लिए की जाती है। इस समय बाबा को शयन वस्त्र पहनाए जाते हैं और उन्हें विश्राम हेतु तैयार किया जाता है। यह आरती भक्तों के मन को अत्यंत शांति देती है।