आज के समय में हर कोई किसी न किसी कष्ट से जूझ रहा है। हर कोई कभी मानसिक तनाव, कभी आर्थिक परेशानी, तो कभी पारिवारिक उलझनें से जूझ रहा है। ऐसे में जब रास्ते बंद नजर आते हैं, तब एक ही नाम साईं बाबा दिल से निकलता है। साईं बाबा के कष्ट निवारण मंत्र को अगर श्रद्धा और विश्वास के साथ पढ़ा जाए, तो जीवन की सब मुश्किलें भी आसान हो जाती हैं। इस लेख में हम जानेंगे की साईं कष्ट निवारण मंत्र के लाभ, इसे कैसे पढ़ें, साथ ही हिंदी में लिरिक्स और पीडीऍफ़ डाउनलोड का विकल्प भी आपको मिलेगा।
Table of Contents

महत्व
साईं कष्ट निवारण मंत्र कोई साधारण मंत्र नहीं है। यह मंत्र साईं बाबा की कृपा को अनुभव कराने वाला, एक दिव्य मंत्र है। इसका नियमित जाप आपको अंदर से मजबूत बनाता है और जीवन के दुखों को कम करता है। कई भक्तों का अनुभव है कि इस मंत्र के प्रभाव से उन्हें स्वास्थ्य, नौकरी, विवाह, पारिवारिक शांति और मानसिक सुकून मिला। साईं बाबा कहते थे की श्रद्धा और सबूरी रखो। इस मंत्र में वही भाव शामिल है।
लाभ
साईं कष्ट निवारण मंत्र के लाभ कुछ इस तरह से है:
(१) जीवन में चल रही मुश्किलों से मुक्ति मिलती है।
(२) मानसिक तनाव, चिंता और भय दूर होता है।
(३) घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
(४) आर्थिक परेशानियों में राहत मिलती है।
(५) रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है।
(६) जीवन में साईं बाबा की कृपा प्राप्त होती है।
साईं कष्ट निवारण मंत्र का पाठ कैसे करें?
(१) हर गुरुवार सुबह स्नान करके साफ और हल्के रंग के वस्त्र पहनें।
(२) साईं बाबा की फोटो या मूर्ति के सामने एक दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
(३) शांत मन से आंखें बंद करके बाबा को प्रणाम करें।
(४) अब साईं कष्ट निवारण मंत्र का ११, २१ या १०८ बार जाप करें।
(५) जाप के बाद अपनी परेशानियों को बाबा के चरणों में समर्पित करें।
(६) यह उपाय कम से कम ११ गुरुवार तक करें।
(७) इस मंत्र का पाठ आप हो सके तो साई बाबा की आरती करनी चाहिए। साई बाबा आरती करने से साई महाराज की कृपा आप पर बनी रहती है।
Sai Kasht Nivaran Mantra in Hindi lyrics
ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं।
साईं श्री साईं जय जय साईं।।
जो ध्यावे फल पावे दुख विनसे मन का।।
ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं।।
संकट से रक्षा करो साईं नाथ।।
कृपा करो साईं नाथ।।
ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं।।
इस मंत्र का नियमित जप करने से हम आत्मा को शांति और सुख प्राप्त कर सकते हैं, और जीवन की चुनौतियों का सामना करने में सहायता प्राप्त कर सकते हैं। शिरडी साईं बाबा के दिव्य आशीर्वाद से हमारे मन में आत्मविश्वास और प्रेम का अभिवादन होता है, जो हमें जीवन के हर कठिन मोड़ पर सहायता प्रदान करता है। इस मंत्र के अलावा यहाँ पर साईं चालीसा पढ़ सकते है।
🙏 सदगुरू साईं नाथ महाराज की जय 🙏
कष्टों की काली छाया दुखदायी है,
जीवन में घोर उदासी लायी है |
संकट को तालो साई दुहाई है,
तेरे सिवा न कोई सहाई है |
मेरे मन तेरी मूरत समाई है,
हर पल हर शन महिमा गायी है |
घर मेरे कष्टों की आंधी आई है,
आपने क्यूँ मेरी सुध भुलाई है |
तुम भोले नाथ हो दया निधान हो,
तुम हनुमान हो तुम बलवान हो |
तुम्ही राम और श्याम हो,
सारे जग त में तुम सबसे महान हो |
तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे,
करता हूँ प्राथना भव से तार दे |
तुम्ही मोहमद् हो गरीब नवाज़ हो,
नानक की बानी में ईसा के साथ हो |
तुम्ही द्गम्बर तुम्ही कबीर हो,
हो बुध तुम्ही ओर महावीर हो |
सारे जगत का तुम्ही आधार हो,
निराकार भी और साकार हो |
करता हूँ वंदना प्रेम विशवास से,
सुनो साईं अल्लाह के वास्ते |
अधरों पे मेरे नहीं मुस्कान है,
घर मेरा बनने लगा शमशान है |
रहम नज़र करो उन्हे वीरान पे,
जिंदगी संवरेगी एक वरदान से |
पापों की घुप से तन लगा हारने,
आपका यह दास लगा पुकारने |
आपने सदा ही लाज बचाई है,
देर न हो जाये मन शंकाई है |
धीरे-धीरे धीरज ही खोता है,
मन में बसा विशवास ही रोता है |
मेरी कल्पना साकार कर दो,
सूनी जिंदगी में रंग भर दो |
ढोते-ढोते पापों का भार जिंदगी से,
में गया हार जिंदगी से |
नाथ अवगुण अब तो बिसारो,
कष्टों की लहर से आके उबारो |
करता हूँ पाप में पापों की खान हूँ,
ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर में अज्ञान हूँ |
करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल में,
तार दो जीवन ये चरणों की धूल से |
तुमने ऊजरा हुआ घर बसाया,
पानी से दीपक भी तुमने जलाया |
तुमने ही शिरडी को धाम बनाया,
छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया |
कष्ट पाप श्राप उतारो,
प्रेम दया दृष्टि से निहारो |
आपका दास हूँ ऐसे न टालिए,
गिरने लगा हूँ साईं संभालिये |
साईजी बालक में अनाथ हूँ,
तेरे भरोसे रहता दिन रात हूँ |
जैसा भी हूँ , हँ तो आपका,
कीजे निवारण मेरे संताप का |
तू है सवेरा और में रात हूँ,
मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ
साईं मुझसे मुख न मोड़ो,
बीच मझधार अकेला न छोड़ो |
आपके चरणों में बसे प्राण हे,
तेरे वचन मेरे गुरु समान है |
आपकी राहों पे चलता दास है,
ख़ुशी नहीं कोई जीवन उदास है |
आंसू की धारा में डूबता किनारा,
जिंदगी में दर्द नहीं गुजारा |
लगाया चमन तो फूल खिलायो,
फूल खिले है तो खुशबू भी लायो |
कर दो इशारा तो बात बन जाये,
जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये |
बीता ज़माना यह गाके फ़साना,
सरहदे ज़िन्दगी मौत तराना |
देर तो हो गयी है अंधेर ना हो,
फ़िक मिले लकिन फरेब ना हो |
देके टालो या दामन बचा लो,
हिलने लगी रहनुमाई संभालो |
तेरे दम पे अल्लाह की शान है,
सूफी संतो का ये बयान है |
गरीबों की झोली में भर दो खजाना,
ज़माने के वली करो ना बहाना |
दर के भिखारी है मोहताज है हम,
शंहंशाये आलम करो कुछ करम |
तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत,
तुम सदगुरू साईं हो समरथ |
आये हो घरती पे देने सहारा,
करने लगे क्यूँ हमसे किनारा |
जब तक ये ब्रह्मांड रहेगा,
साईं तेरा नाम रहेगा |
चाँद सितारे तुम्हे पुकारेंगे,
जन्मोजनम हम रास्ता निहारेंगे |
आत्मा बदलेगी चोले हज़ार,
हम मिलते रहेंगे बारम्बार |
आपके कदमो में बेठे रहेंगे,
दुखड़े दिल के कहते रहेंगे |
आपकी मर्जी है दो या ना दो,
हम तो कहेंगे दामन ही भर दो |
तुम हो दाता हम है भिखारी,
सुनते नहीं क्यूँ अर्ज़ हमारी |
अच्छा चलो एक बात बता दो,
क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो |
जो नहीं देना है इनकार कर दो,
ख़तम ये आपस की तकरार कर दो |
लौट के खाली चला जायूँगा,
फिर भी गुण तेरे गायूँगा |
जब तक काया है तब तक माया है,
इसी में दुखो का मूल समाया है |
सबकुछ जान के अनजान हूँ में,
अल्लाह की तू शान तेरी शान हूँ में |
तेरा करम सदा सब पे रहेगा,
ये चक्र युग-युग चलता रहेगा |
जो प्राणी गायेगा साईं तेरा नाम,
उसको मुक्ति मिले पहुंचे परम धाम |
ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगे,
राहू , केतु , शनि निकट ना आयेंगे |
टाल जायेंगे संकट सारे,
घर में वास करें सुख सारे |
जो श्रधा से करेगा पठन,
उस पर देव सभी हो प्रस्सन |
रोग समूल नष्ट हो जायेंगे,
कष्ट निवारण मंत्र जो गायेंगे |
चिंता हरेगा निवारण जाप,
पल में दूर हो सब पाप |
जो ये पुस्तक नित दिन बांचे,
श्री लक्ष्मीजी घर उसके सदा विराजे |
ज्ञान, बुधि प्राणी वो पायेगा,
कष्ट निवारण मंत्र जो घयायेगा |
ये मंत्र भक्तों कमाल करेगा,
आई जो अनहोनी तो टाल देगा |
भूत-प्रेत भी रहेंगे दूर,
इस मंत्र में साईं शक्ति भरपूर |
जपते रहे जो मंत्र अगर,
जादू-टोना भी हो बेअसर |
इस मंत्र में सब गुण समाये,
ना हो भरोसा तो आजमाए |
ये मंत्र साई वचन ही जानो,
सवयं अमल कर सत्य पहचानो |
संशय ना लाना विशवास जगाना,
ये मंत्र सुखों का है खज़ाना |
Sai Kasht Nivaran Mantra PDF
अगर आप इस मंत्र को प्रतिदिन पढ़ना चाहते हैं और अपने पास उसका एक PDF रखना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए टेबल से आप इसे आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
Details | Information |
---|---|
PDF NAME | Sai Kasht Nivaran Mantra PDF |
No. Of Pages | 5 |
PDF Size | 138 KB |
Language | Hindi |
You can also read:
- Mahalakshmi Mantra
- Hare Krishna Mantra
- Ganpati Mantra
- Ya Devi Sarva Bhuteshu Lyrics in Hindi – Saraswati Mantra
साईं मंत्र पाठ से संबंधित सामान्य प्रश्न
(१) साईं कष्ट निवारण मंत्र कब पढ़ना चाहिए?
हर गुरुवार को सुबह या शाम, शांत वातावरण में इस मंत्र का पाठ करना उत्तम रहता है।
(२) क्या यह मंत्र सभी समस्याओं का समाधान कर सकता है?
श्रद्धा और विश्वास के साथ किया गया कोई भी उपाय असरकारी होता है। कई भक्तों ने इस मंत्र के चमत्कारिक परिणाम देखे हैं।
(३) क्या इसका अंग्रेजी अनुवाद उपलब्ध है?
हाँ, लेकिन मूल भावना हिंदी लिरिक्स में ही गहराई से अनुभव होती है।