श्री राम स्तुति एक ऐसी मुख्य स्तुति है जो भगवान राम की महिमा और गुणों का वर्णन करती है। भगवान श्री राम को मानने वाले भक्तगण का समुदाय बहुत बड़ा है। भगवान श्री राम को हिन्दू धर्म के महान देवता से पूजा जाता हैं। इस स्तुति में अयोध्या के राजा भगवान श्री राम की महिमा और गुणगान दर्शाया गया है। ऐसा माना जाता है की यह स्तुति कई प्राचीन स्तोत्रों में से ली गई है। हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि श्री राम स्तुति अर्थ सहित का महत्व क्या है और इसके पढ़ाई के क्या लाभ होते हैं।
श्री राम स्तुति श्लोक

श्री राम स्तुति अर्थ सहित
(१) भगवान राम की महिमा – यह स्तुति में भगवान राम की महिमा का निरूपण किया गया है। इसमें श्री राम भगवान के अदभुत गुणों की सराहना की गई है। ऐसा माना जाता है की कोई भक्त प्रभु श्री राम की स्तुति सच्चे मन से करता है, तो उनकी मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति में बढ़ोतरी देखनेको मिलती है। भगवान श्री राम को आदर्श माना जाता है। हर भक्त को भगवान श्री राम के पवित्र चरणों में अपने मन को समर्पित करना चाहिए।
(२) आशीर्वाद – यह स्तुति का पाठ करने का मुख्य हेतु भगवान श्री राम के आशीर्वाद को प्राप्त करने का होता है। यह स्तुति उनके भक्तों को ध्यान, श्रद्धा, और समृद्धि में बढ़ोतरी करने में मददरूप साबित होती है।
(३) आध्यात्मिक विकास – अगर कोई भक्त अपने जीवन में आध्यात्मिक विकास चाहता है, तो वह प्रभु श्री राम की भक्ति में लीन हो जाना चाहिए। प्रभु श्री राम के नाम से आज सारी दुनिया में आध्यात्मिक विकास का नारा गूजँता है। दुनिया के कई सारे भक्त अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति चाहता है और उसके साथ उनके जीवन में मानसिक शांति, आत्मा की सुख-शांति की प्राप्ति करने के लिए यह स्तुति का पाठ करते है।
(४) आदर्श जीवन – प्रभु श्री राम अपने आदर्श और सरल जीवन के लिए प्रचलित है। हर कोई भक्त अपने जीवन को प्रभु श्री राम के जैसे जीना चाहता है। ऐसा आदर्श और सरल जीवन जीने के लिए भगवान श्री राम की स्तुति प्रतिदिन पढ़ना अति आवश्यक है। यह स्तुति में प्रभु श्री राम का सरल जीवन वर्णन किया गया है। यह स्तुति उनके भक्तों को धार्मिक जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है।
(५) आंतरिक शांति – आज की भागदौड़ भरी जीवन में हर भक्त को आतंरिक शांति की कमी महसूस हो रही है। प्रभु श्री राम के हर भक्त अपने नजदीक के श्री राम मंदिर में जाते है और यह स्तुति के पाठ का जाप करते है। ऐसे प्रतिदिन श्री राम स्तुति पढ़ने से भक्तों को मानसिक शांति, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति मिलने में मदद मिलती है।
श्री राम स्तुति हिंदी में लिखित
॥दोहा॥
श्री रामचन्द्र कृपालु भजमन
हरण भवभय दारुणं ।
नव कंज लोचन कंज मुख
कर कंज पद कन्जारुणम् ॥१॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं ।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि
नोमि जनक सुतावरं ॥२॥
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकन्दनं ।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल
चन्द दशरथ नन्दनं ॥३॥
शिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं ।
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खरदूषणं ॥४॥
इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं ।
मम् हृदय कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं ॥५॥
मन जाहि राच्यो मिलहि सो
वर सहज सुन्दर सांवरो ।
करुणा निधान सुजान शील
स्नेह जानत रावरो ॥६॥
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय
सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि
मुदित मन मन्दिर चली ॥७॥
॥सोरठा॥
जानी गौरी अनुकूल सिय
हिय हरषु न जाइ कहि ।
मंजुल मंगल मूल वाम
अङ्ग फरकन लगे।
॥ इसे गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है ॥
हमने यहाँ पर श्री राम स्तुति के लिरिक्स हिंदी में पीडीऍफ़ फॉर्मेट में दे रखे है, जो आपने पढ़ लिया होगा। अगर आप यह स्तुति अंग्रेजी में, Shri Ram Stuti पढ़ना चाहते है, तो हमने यहाँ पर अंग्रेजी में भी लिरिक्स दे रखे है। जिसे आप प्रतिदिन पढ़कर भगवान श्री राम को प्रसन्ना कर सकते है।
Shri Ram Stuti Lyrics in English
Shri Ramachandra Kripalu Bhajman Harana Bhava Bhaya Darunam
Nava-kanja-lochana Kanja-mukha Kara-kanja Pada-kanjarunam
Kandarpa Aganita Amita Chavi Nava Nila Nirada Sundaram
Pata Pita Manahu Tadita Ruchi Shuchi Naumi Janaka Suta Varam
Bhaja Dina Bandhu Dinesha Danava Daitya Vansha Nikandanam
Raghu Nanda Ananda Kanda Kosala Chanda Dasharatha Nandanam
Shira Mukuta Kundala Tilaka Charu Udara Anga Vibhushanam
Ajanu-bhuja Shara Chapa Dhara Sangrama Jita Khara Dushanam
Iti Vadati Tulasidasa Shankara Shesha Muni Mana Ranjanam
Mama Hrdaya Kanja Nivasa Kuru Kamadi Khaladala Ganjanam
Most Shri Ram devotees read this Stuti and Ram Raksha Stotra lyrics more than 108 times in Shri Ram Navami, Vijay Dashami, Sunderkand, Ramcharitmanas Katha, Shri Hanuman Janmotsav, and Akhand Ramayana.
Shri Ram Stuti and Shri Ramachandra Kripalu present more powerful worship towards Lord Rama.
श्री राम स्तुति हिंदी में सवाल – जवाब
श्री राम की स्तुति कैसे करें?
प्रभु श्री राम की स्तुति करने से पहले आप को शुद्ध और साफ मन रखना होगा। आप श्री राम के प्रिय मंत्रों का जप कर सकते है। तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस पाठ कर सकते है। श्री राम चालीसा का पाठ करें। श्री राम भजन और कीर्तन गाएं। प्रभु श्री राम की ध्यान और पूजा कर सकते है। हनुमान जी के माध्यम से हनुमान चालीसा का पाठ करके आप भगवान श्री राम की स्तुति करें। गरीब वर्ग के लोगों को दान और सेवा करें। श्री राम के आदर्शों को अपनाएं। प्रतिदिन आप मंदिर जाएं और प्रार्थना सकते है।
राम स्तुति कब पढ़नी चाहिए?
संध्या काल(शाम के समय) राम स्तुति पढ़ ने का समय अच्छा माना जाता है। आप सुबह और दोपहर को भी यह स्तुति का पाठ कर सकते है।
रोज राम स्तुति पढ़ने से क्या होता है?
आप हर रोज राम स्तुति पढ़ते है, जीवन में आने वाली सारी समस्याएँ दूर होती है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा की उत्पत्ति होती है।