- क्षमा प्रार्थना मंत्र (Kshama Prarthana) एक ऐसा अमूल्य मंत्र है, जो व्यक्ति यह मंत्र का उच्चारण करता है उसका हृदय परिवर्तन हो जाता है। यह मंत्र का उच्चारण इतनी शक्तियों के साथ जुड़ा हुआ है की जिससे हम अपनी गलतियों को स्वीकारने और माफ करने का बल प्राप्त करने में उपयोगी होता है।
Durga Kshama Prarthana
Kshama Prarthana – क्षमा प्रार्थना हिंदी अनुवाद सहित
- क्षमा प्रार्थना लिरिक्स मानवता की सबसे महत्वपूर्ण रिवाज में से एक है। यह मंत्र हमें दूसरों के अपराधों को सहने की क्षमता प्रदान करते है, जिससे हम समर्थन, अनुकूलता, और प्रेम की भावना से जीवन में उचित रह सकते हैं।

- क्षमा प्रार्थना मंत्र हिंदी में जो व्यक्ति पढ़ता है वह क्षमा करने की ताकत को पहचान जाता है। यह मंत्र हमें यह सिखाता है की क्षमा एक शक्ति है, ना की कमजोरी। यह मंत्र व्यक्ति को आत्मनिरीक्षण और स्वयं को सुधारने की ताकत रखता है, जिसे हर व्यक्ति अपने जीवन को बेहतर बना सके।
- क्षमा प्रार्थना मंत्र की आश्चर्यजनक परिस्थिति को समझाने के लिए हम आपको एक उदाहरण लेके समझाते है। यह मंत्र की सिख हमें राजा हरिश्चंद्र की कहानी से मिलती है, जिन्होंने अपने जीवन में बहुत सारी कठिनाईयों का सामना किया और उन्हें क्षमा की भावना से समाप्त किया।
- क्षमा प्रार्थना मंत्र इन हिंदी मंत्र एक मुख्य रूप से व्यक्ति अपने जीवन के कुछ उद्देशय को ध्यान में रखकर पढ़ता है। हर व्यक्ति को इस मंत्र पढ़ने के पीछे का कारन कोई बड़ी समस्या को उलझने का उद्देशय होता है। यह मंत्र पढ़ कर इतना तो आप सीख जाते हो की सामने वाले को क्षमा कैसे कर दिया जाए। यह मंत्र व्यक्ति को उसके दिल को शांति और समर्थन पालन करने में मददरूप होता है।
Durga Kshama Prarthana Mantra in Hindi
ॐ अपराधसहस्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया |
दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि || १ ||
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम् |
पूजां चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वरि || २ ||
हे परमेश्वरि परम भगवती रात और दिन मेरे द्वारा सहस्त्र अपराध हुआ करते है |
मेरा यह दास है ( में आपका दस हु ) ऐसा समझकर तुम मुझ पर कृपा करके मेरे अपराधों को क्षमा करो || १ ||
ना में आवाहन करना जानता हु
ना में विसर्जन करना जनता हु
ना पूजा करना जानता हु
हे परमेश्वरि मेरे अपराधों को क्षमा करो || २ ||
मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं सुरेश्वरि |
यत्पूजितं मया देवि परिपूर्णं तदस्तु में || ३ ||
अपराधशतं कृत्वा जगदम्बेति चोच्चरेत् |
यां गतिं समवाप्नोति न तां ब्रह्मादयः सुराः || ४ ||
हे सुरेश्वरि मैंने जो मंत्रहीन ( ना में मंत्र को जानता हु )
क्रियाहीन ( ना में क्रियाओ को जानता हु )
भक्तिहीन ( ना में भक्ति के प्रकार को जानता हु )
पूजन किया है वो सब आपकी कृपा और दया से पूर्ण हो || ३ ||
सौ प्रकार के अपराध करने के बाद भी भक्तगण
आपकी शरण में आकर सिर्फ “जगदम्बा”
बोलकर भी गति को प्राप्त करते है,
उसे ब्रह्मा आदि देवगण भी प्राप्त करने में असमर्थ है || ४ ||
सापराधोऽस्मि शरणं प्राप्तस्त्वां जगदम्बिके |
इदानीमनुकम्प्योऽहं यथेच्छसि तथा कुरु || ५ ||
अज्ञानाद्विस्मृतेर्भ्रान्त्या यन्न्यूनमधिकं कृतम् |
तत्सर्वं क्षम्यतां देवि प्रसीद परमेश्वरि || ६ ||
हे जगदम्बिके में अपराधी हु तुम्हारी शरण में आया हु |
में दयापात्र हु | तुम जैसा चाहो करो || ५ ||
मुझसे अज्ञानवश जो भी अपराध हुआ है
उसे आप क्षमा करो और मुझपर प्रसन्न हो || ६ ||
कामेश्वरि जगन्मातः सच्चिदानंदविग्रहे |
गृहाणार्चामिमां प्रीत्या प्रसीद परमेश्वरि || ७ ||
गुह्यातिगुह्यगोप्त्री त्वं गृहाणास्मत्कृतं जपम् |
सिद्धिर्भवतु में देवि त्वत्प्रसादात्सुरेश्वरि || ८ ||
सच्चिदानन्दस्वरूपा परमेश्वरि जगन्माता परमेश्वरि |
आप प्रेमपूर्वक मेरी इस पूजा को स्वीकार करो |
और मुझपर सदैव प्रसन्न रहो || ७ ||
देवि | सुरेश्वरि तुम गोपनीयसे गोपनीय वस्तुकी रक्षा करनेवाली हो |
मेरी इस प्रार्थना को जप को ग्रहण करो |
तुम्हारी ही कृपा से मुझे सिद्धि प्राप्ति हो ||
|| श्री दुर्गार्पणं अस्तु ||
Kshama Prarthana in English
You have already read Durga Saptashati Kshama Prarthana in Hindi in the above section. If you pray on a daily basis, then it will help you to remove obstacles from your entire life and make you stronger in your life. Ma Durga bless you. You can read Durga Kshama Prarthana in English below.
Aawaham na janami, na janami visarjanam!
Pooja chaiv na janami kshamasva parmeshwara!!
Mantaheenam, kriyaheenam bhakiheenam janardanam!
Yatpoojitam maya dev, paripoorna tadmastu me!!
क्षमा प्रार्थना मंत्र लिरिक्स हिंदी में PDF (Durga Saptashati)
हमने यहाँ पे एक टेबल दिया हुआ है, जहां से आप पीडीऍफ़ फाइल डाउनलोड कर सकते हो।
title | description |
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PDF Name | Durga Kshama Prarthana PDF |
PDF Size | 269 KB |
No. Of Pages | 2 |
Lanuguage | Hindi |
Category | Stotram |
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Durga Saptashati Kshama Prarthana FAQs
भगवान से क्षमा प्रार्थना कैसे करते हैं?
भगवान से क्षमा प्रार्थना करना शुद्ध मन और सच्चे हृदय से की जाती है। इसमें अपनी गलतियों को स्वीकार करना, भगवान से माफी मांगना, और उन गलतियों को दोबारा न करने का संकल्प लेना होता है। आप भगवान से कुछ इस तरह के सरल भाषा में प्रार्थना कर सकते है:
हे भगवान, अगर जाने – अनजाने में या जानबूझकर में ने कई सारी गलतियां हो गई हो। मैं अपने सच्चे मन और हृदय से पश्चाताप करता या करती हूँ। कृपया मुझे क्षमा करें और सही मार्ग दिखाएं।
क्षमा प्रार्थना कैसे करें?
क्षमा प्रार्थना करने के लिए आप के इष्टदेव के सामने अपने दोनों हाथ जोड़िए। अपने इष्टदेव से किसी भी प्रकार की भूतकाल में गलतियां हुई हो, तो अपने भगवान से माफ़ी मांगे। इस तरह की गलतियां आप आने वाले समय में नहीं दोहराएंगे ऐसा वचन दीजिये।
क्षमा का वाक्य क्या है?
क्षमा मांगना एक महान व्यक्ति की पहचान होती है। जिस तरह से आपसे उम्र में बड़े लोगों से आप क्षमा मांगते हो, तो आप महान कहलाते हो। हर वक्त बड़े लोगों को मान-सम्मान से बुलाना चाहिए। गलती किसी की भी हो, अगर आप क्षमा मांगते है, तो आप का नाम समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति के साथ सम्मान मिलता है।
क्षमा का मुख्य वाक्य यह है की “मैंने गलती की है तो में आपसे माफ़ी चाहता हूँ या चाहती हूँ।”
पूजा के बाद क्षमा प्रार्थना कैसे करें?
(१) सामान्य क्षमा प्रार्थना मंत्र:
अपराध सहस्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया।
दासोऽयं इति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
हे परमेश्वर! मुझसे दिन रात हजारों अपराध होते हैं। कृपया मुझे अपना दास मानकर क्षमा करें।
(२) शिवजी के लिए क्षमा प्रार्थना मंत्र:
करचरण कृतं वाक्कायजं कर्मजं वा।
श्रवणनयनजं वा मानसं वाऽपराधम्।
विहितमविहितं वा सर्वमेतत् क्षमस्व।
जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो।।
हे महादेव! मेरे हाथ, पाँव, वाणी, शरीर और मन से जाने अनजाने में जो भी अपराध हुए हैं, कृपया मुझे क्षमा करें।
(३) विष्णु भगवान के लिए क्षमा प्रार्थना:
कायेन वाचा मनसेन्द्रियैर्वा।
बुद्ध्यात्मना वा प्रकृतिस्वभावात्।
करोमि यद्यत्सकलं परस्मै।
नारायणायेति समर्पयामि।।
हे नारायण! शरीर, वाणी, मन, इंद्रियों, बुद्धि, आत्मा, और स्वभाव से जो भी किया गया है, वह सब आपको समर्पित है।