श्री रघुवर जी के अवधपुरी में: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा गीत

इस अद्भुत समय में, हम राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के इस कठिन संकल्प को श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान गीत के माध्यम से आप तक पहुंचना चाहते है। राम मंदिर, भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक वास्तविकता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस नये युग की शुरुआत में, राम मंदिर का पुनर्निर्माण करना वह हमारे लिए एक भव्य समर्पण का पल है, यह क्षण हमें राष्ट्रीय एकता, अखंडता, और भारतीय होने की अनुभूति कराता है।

श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान गीत

राम मंदिर 

भारतीय समाज में राम मंदिर को एक सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल को एक भाग्य के रूप से माना जाता है। । इस शानदार पर्व में, हम एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं जिसका नाम है ‘श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा गीत’। यह गीत हमें अद्भुत क्षण की महत्व को समझाने के लिए मददरूप साबित होगा। राम मंदिर समारोहों के हिस्से के रूप में, कई भक्तों ने प्रभु श्री राम के दिव्य आशीर्वाद को पाने के लिए राम चालीसा पाठ हिंदी में किया था।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा गीत

इस गीत में समाविष्ट होने वाला संगीत हमें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अद्भुत महत्व को समझाएगा। यह गीत हमें एक सांस्कृतिक और धार्मिक समर्पण का अहसास दिलाएगा, भारत का हर नागरिक इसे एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अधिकार समझ के इस गीत के हर लिरिक्स गाते हुए खुद पर गर्व महसूस करेगा।

 

श्री रघुवर जी के अवधपुरी में
प्राण प्रतिष्ठा होना है
निमन्त्रण को स्वीकार करो
अब सबको अयोध्या चलना है


जय बजरंगी जय हनुमान
वन्दे मातरम जय श्री राम
श्री राम जय राम जय जय राम
वन्दे मातरम, जय श्री राम


इस मंदिर को पाने हेतु
बार बार संघर्ष हुआ
राम भक्तों के बलिदानो से
मंदिर बन कर खङा हुआ
अब मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा


धुम धाम से होना है
निमन्त्रण को स्वीकार करो
अब सबको अयोध्या चलना है
जय बजरंगी जय हनुमान
वन्दे मातरम जय श्री राम


श्री राम जय राम जय जय राम
वन्दे मातरम जय श्री राम
पोष शुक्ल पक्ष द्वादशी को
प्राण प्रतिष्ठा होना है


मंदिर में कीर्तन भजन हो
घर घर दीया जलाना है
मंदिर भव्य बनाकर हमनें
अपना वचन निभाया है


निमन्त्रण को स्वीकार करो
अब सबको अयोध्या चलना है
जय बजरंगी जय हनुमान
वन्दे मातरम जय श्री राम


श्री राम जय राम जय जय राम
गांव गांव के मन्दिर मठ में
सबको एकत्रित करना है
श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा


जन जन मे दिखलाना है हिन्दू संस्कृति को जन जन मे जगाना है।

भगवान राम की भक्ति को जगाना है।

मन्दिर सजा है जैसा ऐसे ही दिल को सजाना है।

मन्दिर भव्य बना है हमारा ऐसे ही हर देश वासी के दिल बड़े हो

भारत में राम लहर को जगाओ भारत से ऊठ कर राम लहर

विश्व लहर बन जायेगी भारत विश्व गुरु कहलाता है। 

राम मन्दिर राम राज्य की स्थापना है

श्री राम जय राम जय जय राम भारत में

हर घर हर मन्दिर को पुष्पो से सजाना है
श्री राम की प्रथम आरती
मिलकर सबको गाना है


निमन्त्रण को स्वीकार करो
अब सबको अयोध्या चलना है
जय बजरंगी जय हनुमान

श्री राम जय राम जय जय राम

वन्दे मातरम जय श्री राम
श्री रघुवर जी के अवधपुरी में


प्राण प्रतिष्ठा होना है
निमन्त्रण को स्वीकार करो
अब सबको अयोध्या चलना है

जय बजरंगी जय हनुमान
वन्दे मातरम जय श्री राम

श्री राम जय राम जय जय राम

 

गीत का भाव

इस गीत में राग, ताल, और गीतकारी की लय से भरा हुआ है। गीत के हर शब्द हमें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के महत्वपूर्ण क्षण को समझने का एक अद्भुत अलग अंदाज प्रदान करता है। इसमें राम की भक्ति और उनकी समर्पण शक्ति का अजीब भाव छुपे हैं, जो हमें भारत के हर नागरिक के अंदर एक सकारात्मक सोच प्रदान करता है।

सांस्कृतिक समर्पण का महत्व

गीत के माध्यम से हमें यह अहसास होगा कि राम मंदिर का निर्माण एक विशेष उत्सव नहीं है, यह हमारे समृद्धि और एकता की दिशा में भारत के हर व्यक्ति का एक विशेष समर्पण है। इस समर्पण के माध्यम से हम अपनी सांस्कृतिक संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए एक बड़ा कदम बढ़ा रहे हैं।

 

प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ा पहला भजन रिलीज

मिट्टी से चौका लीपो तुम, वंदनवार सजाओ

भांति-भांति के व्यंजन रखकर, प्रभु को भोग लगाओ

मुग्ध मगन हो नृत्य करो तुम, छोड़ के सारे काम

भवन में आए हैं श्रीराम, अवध में आए हैं श्रीराम।

अखियां जो वर्षों से प्यासी, उसकी प्यास बुझाओ

केवट ने जैसे पग धोए, नैनन जल बरसाओ

भवसागर को पार करो तुम लेकर उनका नाम

भवन में आए हैं श्रीराम, अवध में आए हैं श्रीराम

द्वार पे रंगोली सजाकर, उसपर दीप जलाओ

पीढ़े पर बिठाकर प्रभु को, खुद सबरी बन जाओ

तीन लोक में सबसे सुंदर रामलला का धाम

भवन में आए हैं श्रीराम, अवध में आए हैं श्रीराम

सरयू जी के पावन जल में पुष्प लिए नर-नारी हैं

साधु राजा खड़े हैं, स्वागत की तैयारी है

रामलला की चरण धूल का नहीं है कोई दाम

भवन में आए हैं श्रीराम, अवध में आए हैं श्रीराम

 

भावनात्मक संबंध

श्री रघुवर जी के अवधपुरी में हमें राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव पर हमें अद्भुत और भावनात्मक क्षणों की ओर जाने की अनुमति का अहसास दिलाता है, इस गीत में जुड़े हुए संगीत और शब्दों का तालमेल हमें एक अनोखा अनुभव में ले जाएगा। यह गीत के उच्चारण के समय राम भक्तों भक्ति और समर्पण की गहरी भावना महसूस कर सकेंगे।

श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा गीत के माध्यम से हम सभी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के इस अद्भुत उत्सव हम अयोध्या में मनाएंगे। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में हम सभी मिलकर एक नए युग की शुरुआत करेंगे।